झाबुआ – जिले के युवा अधिवक्ता अर्जुन डामोर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। यह घटना 14 मार्च को देवझिरी मार्ग पर हुई, जहां एक सड़क हादसे में उनकी जान चली गई। इस दुखद घटना पर जिला कांग्रेस ने शोक जताया और श्रद्धांजलि अर्पित की।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश रांका ने बताया कि अर्जुन डामोर एक प्रतिभाशाली अधिवक्ता थे और समाजसेवा में भी सक्रिय रहते थे। उनकी मौत से जिले ने एक होनहार व्यक्ति खो दिया है। कांग्रेस पार्टी उनके परिवार के साथ खड़ी है और दुख की इस घड़ी में संवेदना व्यक्त करती है ।
झाबुआ विधायक ने की निष्पक्ष जांच की मांग
विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि अर्जुन डामोर की मौत पर उनके परिवार और आम जनता को शक है कि यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि हत्या भी हो सकती है। उन्होंने मांग की है कि मामले की सच्चाई सामने लाने के लिए विशेष जांच दल बनाया जाए।
डॉ. भूरिया ने कहा कि अर्जुन डामोर एक समाजसेवी थे और आदिवासी समुदाय के हितों के लिए काम करते थे। ऐसे में उनकी मौत के पीछे किसी साजिश की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। इसलिए जरूरी है कि पुलिस इस मामले की गहराई से जांच करे और सच सामने लाए।
परिवार और समाज में शोक की लहर
अर्जुन डामोर की अचानक हुई मौत से परिवार सदमे में है। जिले के अधिवक्ता समुदाय और आदिवासी समाज में भी गहरा शोक है। लोग न्याय की उम्मीद कर रहे हैं और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द इस मामले की सच्चाई सामने आए।