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नागर सिंह चौहान बोले जीएस डामोर से- ये भरोसा नहीं था कि ऐसा हो जाएगा…

नागर सिंह चौहान बोले जीएस डामोर से- ये भरोसा नहीं था कि ऐसा हो जाएगा…

बीजेपी ने झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट से अनिता नागर सिंह चौहान के नाम का ऐलान किया है । उनके नाम के ऐलान के बाद कहीं खुशी कहीं गम है । हालाकि खुशी ज्यादा नजर आ रही है । रविवार को बीजेपी उम्मीवार अनिता चौहान झाबुआ पहुंची जहां पर कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों ने जोरदार स्वागत किया ।

इस दौरान अनिता चौहान ने टंट्या मामा, पं. दीनदयाल उपाध्याय और स्व. दिलीप सिंह भूरिया की प्रतिमा पर जाकर पुष्पहार चढ़ाए और उन्हें नमन किया । अनिता चौहान मंत्री नागर सिंह चौहान और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ गुमानसिंह डामोर से मुलाकात करने उनके निवास पर पहुंची । जहां सांसद डामोर ने सपत्नीक उनका आरती उताकर स्वागत किया ।

टिकट ऐलान होने के बाद पत्नी के साथ पहुंचे नागर सिंह चौहान मिलने ।

बातचीत में मंत्री नागर सिहं चौहान ने सांसद डामोर से कहा कि उन्हें बिल्कुल पता नहीं था कि ऐसा हो जाएगा । वे किसी कार्यक्रम में मौजूद थे और खबर मालूम हुई । तो किसी को भी भरोसा नहीं हुआ । हालांकि नागरसिंह क्या किसी को भी पहली बार में भरोसा नहीं हुआ । क्योंकि अनिता नागरसिंह चौहान का नाम ना तो रायशुमारी में था, ना अटकलों में और ना ही कयासों में । बीेजपी सूत्रों की माने तो तीन पहले ही उनका बॉयोडाटा मंगवाया गया । और जब नाम की घोषणा हुई तो सभी को चौंका दिया ।

नागर  सिंह चौहान बोले जीएस डामोर से- ये भरोसा नहीं था कि ऐसा हो जाएगा…

बीजेपी ने इस बार 33 फीसद सीटों पर महिलाओं को मौका देने और 50 से कम चेहरों को भी चुनाव लड़वाने की रणनीति बनाई थी । इन दोनों मापदंडों पर अनिता नागर सिंह चौहान खरा उतरती है. लिहाजा पार्टी ने परिवारवाद के आरोपों की भी चिंता किए बगैर अनिता नागर सिंह चौहान के नाम का ऐलान कर दिया । दूसरी पूरे संसदीय क्षेत्र में जिस तरह की गुटबाजी हावी थी, सांसद डामोर और अन्य दावेदारों के नाम को लेकर अंदर ही अंदर विरोध चल रहा था, उसको देखते हुए पार्टी ने निर्विवाद चेहेरे के रूप में अनिता चौहान को मैदान में उतारा है ।

पार्टी सूत्रों की माने तो चुनाव मोदी और कमल के फूल के निशान पर लड़ा जाएगा । चेहरा उसके पीछे रहेगा । मौजूदा माहौल को देखते हुए बीजेपी का मतलब ही मोदी हो चुका है ।

अनिता नागर सिहं चौहान तीसरी महिला होंगी जिन्हें बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है । इसके पहले पार्टी रेलम चौहान और निर्मला भूरिया को दे चुकी है, लेकिन दोनों अपना चुनाव हार गई थी । इस सीट अब तक केवल एक बार ही महिला सांसद बनी है, और वे जमुना देवी रही हैं । साल 1962 में जनुना देवी झाबुआ लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुनी गई थी । तब झाबुआ लोकसभा क्षेत्र में झाबुआ, आलीराजपुर,थांदला,सरदापुर,कुक्षी,मनावर ईस्ट और वेस्ट विधानसभा शामिल थी ।

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