मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह ने बुधवार को मंत्रालय में एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि स्कूली शिक्षा की पहुँच प्रदेश के हर बच्चे तक हो। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से “विकसित भारत @2047” के ड्राफ्ट पर प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया। इस बैठक में सचिव, स्कूल शिक्षा डॉ. संजय गोयल और आयुक्त, लोक शिक्षण श्रीमती शिल्पा गुप्ता भी उपस्थित थीं।
डिजिटल टेक्नोलॉजी से शिक्षा में नवाचार
बैठक में “विजन-2047” ड्राफ्ट पर चर्चा की गई, जिसमें सभी बच्चों को समान, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। श्री सिंह ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल टेक्नोलॉजी का महत्व बढ़ रहा है और विजन-2047 में इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि AI का उपयोग बच्चों की जिज्ञासाओं का समाधान करने में किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा से जोड़ने पर जोर दिया गया है, जिससे उनके कौशल में वृद्धि हो सके।
स्कूल शिक्षा विभाग की योजनाओं की समीक्षा, सीएम राईज स्कूल परियोजना की प्रगति
मंत्री श्री सिंह ने सीएम राईज स्कूल परियोजना के पहले चरण के तहत 275 निर्माणाधीन स्कूलों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में उपलब्ध कराए गए संसाधनों का पूरा उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इस परियोजना के तहत मार्च 2025 तक 122 सीएम राईज स्कूल प्रारंभ किए जाने की योजना है। अक्टूबर 2024 में दो सीएम राईज स्कूलों का उद्घाटन भी हो चुका है। श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने बताया कि वित्तीय सीमाओं को ध्यान में रखते हुए परियोजना में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं, ताकि अधिक बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान की जा सके।
पाठ्य पुस्तकों का समय पर वितरण
बैठक में पाठ्य पुस्तक निगम के एमडी श्री विनय निगम ने बताया कि सत्र 2025-26 के लिए स्कूलों में शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत में ही पाठ्य पुस्तकों का वितरण सुनिश्चित करने का कार्यक्रम तैयार किया गया है। इससे पाठ्य-पुस्तक निगम को शिक्षा विभाग की योजनाओं में अधिक से अधिक योगदान देने का अवसर मिलेगा।
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