झाबुआ – पेटलावद से विधायक और मध्य प्रदेश की कैबिनेट मंत्री निर्मला भूरिया, जिनका राजनीतिक प्रभाव क्षेत्र में विशेष रूप से रहा है, अपने गृह ग्राम माछलिया से पेटलावद जाने के लिए रायपुरिया से दत्तिगांव फाटा तक के इस सिंगल पट्टी मार्ग का इस्तेमाल करती हैं। हालांकि, मंत्री बनने के बावजूद इस मार्ग को डबल पट्टी में बदलने के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, और सड़क की खस्ता हालत दुर्घटनाओं का कारण बन रही है। हाल ही में इस मार्ग पर एक भीषण हादसा हुआ, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब एक तूफान वाहन घुमावदार मोड़ पर पलट गया।
निर्मला भूरिया का गृह ग्राम, फिर भी इस मार्ग की अनदेखी?
निर्मला भूरिया पेटलावद से विधायक हैं, बावजूद इसके कि वे एक कैबिनेट मंत्री हैं, इस मार्ग को डबल पट्टी में तब्दील करने के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से वे इस सड़क की स्थिति सुधारने के लिए लगातार प्रशासन और नेताओं से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन किसी ने भी इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की है।

दुर्घटनाओं का सिलसिला और प्रशासन की चुप्पी
सड़क की खस्ता हालत और घुमावदार मोड़ों के कारण अब तक कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें से कल की घटना सबसे भयावह थी। वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया, जिसमें चार लोगों की जान चली गई। यह दुर्घटना इस सड़क की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाती है। क्या कैबिनेट मंत्री बनने के बाद भी, जिनका यह गृह क्षेत्र है, निर्मला भूरिया अब तक इस समस्या पर ध्यान क्यों नहीं दे रही हैं?
लोगों की उम्मीदें और प्रशासन से सवाल
स्थानीय लोग अब यह जानना चाहते हैं कि जब इस मार्ग की स्थिति सुधारने की बार-बार मांग की गई है, तो प्रशासन और स्थानीय नेताओं ने इस पर कोई कदम क्यों नहीं उठाए हैं। अब लोग यही पूछ रहे हैं कि क्या निर्मला भूरिया अपने गृह क्षेत्र की सड़क की हालत सुधारने में रुचि लेंगी, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएं रोकी जा सकें और क्षेत्रवासियों को एक सुरक्षित रास्ता मिल सके।
ग्रामीणों की मांग साफ है: जल्द से जल्द इस मार्ग को डबल पट्टी में बदला जाए, ताकि दुर्घटनाओं पर काबू पाया जा सके और श्रद्धालुओं को भी राहत मिल सके।