Jhabua। 20 फरवरी 2024 को झाबुआ जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) बने पद्म विलोचन शुक्ल का देर रात 9 सितंबर 2025 को तबादला कर दिया गया। खास बात यह है कि यह बदलाव मुख्यमंत्री मोहन यादव के दौरे से महज तीन दिन पहले हुआ है। 12 सितंबर को सीएम यादव पेटलावद पहुंचने वाले हैं, जहां बड़ा कार्यक्रम प्रस्तावित है। ऐसे में सीएम के दौरे से पहले अचानक हुए इस तबादले ने राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में चर्चाएं तेज कर दी हैं।
20 फरवरी 2024 को शुक्ल को झाबुआ एसपी बनाया गया था । उनका कार्यकाल 1 वर्ष 6 महीने 20 दिन (कुल 568 दिन) रहा। डेढ़ साल से ज्यादा समय तक झाबुआ जिले में पदस्थ रहने वाले शुक्ल अपराध नियंत्रण और सख्त पुलिसिंग के मामले में कोई खास छाप नहीं छोड़ पाए। हालांकि, सोशल पुलिसिंग और सोशल मीडिया के जरिये अपनी सक्रियता दिखाकर उन्होंने जिले में एक अलग पहचान जरूर बनाई। फिलहाल वे ट्रेनिंग पर हैं उनकी जगह झाबुआ के प्रभारी एसपी रघुवंश सिंह है, जिन्हें आलीराजपुर एसपी बनाया गया है ।

गृह विभाग ने ने पद्म विलोचन शुक्ल को रेल पुलिस अधीक्षक, इंदौर बनाया है। वहीं, झाबुआ जिले के नए पुलिस अधीक्षक के तौर पर 2012 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी शिवदयाल सिंह की नियुक्ति की गई है। अब पूरा ध्यान इस बात पर है कि सीएम के दौरे से ठीक पहले हुए इस बदलाव का जिले की कानून-व्यवस्था और राजनीतिक समीकरणों पर क्या असर पड़ेगा।
स्थानीय स्तर पर इस तबादले को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। शुक्ल के नजदीकी अफसर और समर्थक पूरी तरह निश्चिंत थे कि वे जिले में ही बने रहेंगे, लेकिन अचानक हुए इस फैसले ने सबको हैरत में डाल दिया।सोमवार देर रात आए इस आदेश में नींद उड़ा दी ।
अब सबकी निगाहें नए एसपी शिवदयाल सिंह पर होंगी कि वे झाबुआ जिले में अपराध नियंत्रण, कानून-व्यवस्था और मीडिया संबंधों को लेकर कैसी छाप छोड़ते हैं।