धार, मध्य प्रदेश – मंगलवार, 03 जून 2025 को धार जिले के निसरपुर चौकी पर लोकायुक्त इंदौर की टीम ने महिला बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर पुष्पा बैनल को 4000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। पुष्पा बैनल सुपरवाइजर और पर्यवेक्षक के पद पर तैनात हैं, साथ ही वे अतिरिक्त प्रभारी परियोजना अधिकारी, महिला बाल विकास विभाग, जिला धार के रूप में भी कार्यरत हैं।
स्व सहायता समूह की अध्यक्ष से मांगी थी रिश्वत
भमोरी की राधा कृष्ण स्व सहायता समूह की अध्यक्ष सुशिला बघेल ने लोकायुक्त इंदौर में शिकायत दर्ज की थी। सुशिला ने बताया कि वे पिछले 6 साल से राधा कृष्ण स्व सहायता समूह का संचालन कर रही हैं, जो आंगनवाड़ियों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराता है। इसके एवज में समूह को हर माह 9000 रुपये की राशि महिला बाल विकास विभाग द्वारा खाते में डाली जाती है।
सुशिला के अनुसार, मार्च, अप्रैल और मई 2025 की बकाया राशि डालने के लिए सुपरवाइजर पुष्पा बैनल ने उनसे 6000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। रिश्वत की मांग से परेशान होकर सुशिला ने लोकायुक्त इंदौर में शिकायत की।

लोकायुक्त ने बिछाया जाल, रंगे हाथों पकड़ा
शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त एसपी ने ट्रैप दल का गठन किया। ट्रैप दल ने योजना बनाकर सुशिला को रिश्वत की राशि के साथ पुष्पा बैनल के पास भेजा। जैसे ही पुष्पा बैनल ने 4000 रुपये की रिश्वत ली, लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
आगे की कार्रवाई जारी
लोकायुक्त टीम ने पुष्पा बैनल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। इस घटना ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है, और स्थानीय लोग प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।