गंगाखेड़ी स्थित मां नागणेचा काली कल्याण धाम माताजी का अति प्राचीन और चमत्कारिक मंदिर नवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं से गुलजार रहा। यहां प्रतिदिन माता जी का भव्य श्रृंगार और बाबजी का पूजन किया जाता है। इस शारदीय नवरात्रि में भी मंदिर पर विशेष आयोजन किए गए, जिसमें हजारों श्रद्धालु बड़ी संख्या में दर्शन और भाग लेने पहुंचे।

गादिपति ठा. प्रतापसिंह राठौड़ के अनुसार, नवरात्रि के दौरान मंदिर में प्रतिदिन मां और देव श्री 1008 श्री शेषावतार कमधज कल्लाजी राठौड़ का पूजन एवं अभिषेक किया गया। साथ ही, गादी के माध्यम से भक्तों के कष्टों का निवारण भी किया गया।

नवमी के दिन, 1 अक्टूबर, बुधवार को मंदिर में महायज्ञ का आयोजन किया गया। पूर्णाहुति के पश्चात श्रद्धालुओं ने देव श्री और मां के दरबार में दर्शन किए और भंडारा महाप्रसादी का आनंद लिया। मां नागणेचा यहां तीन अलग-अलग स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देती हैं।

इस नवरात्रि में केवल मालवा अंचल ही नहीं, बल्कि दिल्ली, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से भी भक्त दर्शन के लिए पहुंचे।
श्रद्धालुओं का सहयोग:
इस आयोजन को सफल बनाने में गादीपति ठाकुर प्रताप सिंह राठौड़, ठा हनुमंत सिंह जी गंगाखेड़ी, नरेंद्र अग्रवाल दिल्ली, भगत सिंह जी इटावा, मारवाड़ पंकज जी पुरोहित रतलाम, ठा. के.पी. सिंह, घुघरी, ओम प्रकाश पाटीदार सहित समस्त भक्त मंडल का सहयोग रहा।

रतलाम मार्ग पर करवड़ के पास स्थित यह शक्तिपीठ अपने आध्यात्मिक माहात्म्य और श्रद्धालुओं की आस्था के लिए पूरे क्षेत्र में प्रसिद्ध है। इस नवरात्रि में भी नवमी के दिन पूर्णाहुति कर माता रानी की आरती उतारकर भंडारा महाप्रसाद का सफल आयोजन हुआ।
मंदिर का यह आयोजन भक्तों के लिए आध्यात्मिक अनुभव और भक्ति भाव से भरा रहा।