झाबुआ/पिटोल। झाबुआ जिले के पिटोल में स्थित जैन मंदिर में हुई चोरी की घटना को लेकर सकल जैन समाज में भारी आक्रोश है। 11 अप्रैल की रात अज्ञात चोरों ने मंदिर के दो दरवाजे तोड़कर नागेश्वर पार्श्वनाथ की 27 इंच की पाषाण प्रतिमा, दो पीतल की मूर्तियाँ, भगवान के आभूषण, पूजन सामग्री, बर्तन और दो दान पेटियाँ चुरा लीं। घटना की रिपोर्ट पिटोल पुलिस चौकी पर दर्ज कराई गई, लेकिन अब तक पुलिस कोई ठोस सुराग नहीं जुटा सकी है।

इस मामले को लेकर मंगलवार को सकल जैन समाज ने पिटोल के राजवाड़ा चौक से बाइक रैली निकालकर झाबुआ एसपी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। समाज ने मांग की कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही वर्ष 2023 में इसी मंदिर से हुई दान पेटी चोरी की घटना का अब तक खुलासा न होने पर भी नाराजगी जाहिर की।

जैन समाज के वरिष्ठ सदस्य और एडवोकेट रमेश जोशी ने आशंका जताई है कि चोरी हुई पाषाण प्रतिमा का संबंध अंतरराष्ट्रीय मूर्ति तस्करी से हो सकता है, क्योंकि ऐसी मूर्तियाँ विदेशों में करोड़ों में बिकती हैं। उन्होंने पुलिस से इस दिशा में भी जांच की मांग की।

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों में 6 से 7 संदिग्ध व्यक्ति स्पष्ट रूप से नजर आ रहे हैं, इसके बावजूद पुलिस की कार्रवाई में कोई तेजी नहीं है।
इस दौरान जैन समाज ने नीमच जिले के सिंगोली में जैन संतों के साथ हुई मारपीट की घटना की भी निंदा की और आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
इस विरोध रैली और ज्ञापन सौंपने के दौरान बड़ी संख्या में समाज के पुरुष, महिलाएं और युवा उपस्थित रहे।