झाबुआ – युवा अधिवक्ता अर्जुन डामोर की संदिग्ध मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जिस गाड़ी से उनका एक्सीडेंट हुआ था, उसे पुलिस ने गुजरात के आनंद से जब्त कर लिया है। साथ ही, उस गाड़ी के ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर झाबुआ लाया जा रहा है। इस पूरी कार्रवाई में पुलिस प्रशासन के साथ जयस जिलाध्यक्ष विजय डामोर, रंजन डामोर, निलेश डामोर और अर्जुन डामोर के ससुर प्रेमसिंह भूरिया मौजूद रहे।
कैसे हुई थी घटना?
यह घटना 14 मार्च को देवझरी मार्ग पर हुई थी, जब अर्जुन डामोर की संदिग्ध परिस्थितियों में सड़क हादसे में मौत हो गई। शुरुआत में इसे एक सामान्य दुर्घटना माना जा रहा था, लेकिन परिवार और समाज को शक था कि यह हादसा नहीं, बल्कि किसी साजिश का नतीजा हो सकता है।

विधायकों ने की जांच की मांग
विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया और सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर कहा है कि अर्जुन डामोर एक आदिवासी समाजसेवी थे और हमेशा समाज के हक के लिए काम करते थे, इसलिए इस घटना की हर एंगल से जांच होनी चाहिए।
सोशल मीडिया पर उठ रही आवाज
अर्जुन डामोर की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों का आक्रोश देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में लोग न्याय की मांग कर रहे हैं और इस हादसे की गहराई से जांच की अपील कर रहे हैं।
अब जबकि दुर्घटना में शामिल गाड़ी और ड्राइवर को पकड़ लिया गया है, परिवार और समाज को उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही मामले की सच्चाई सामने लाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।