झाबुआ, 06 जनवरी 2025। जिले में कला और आजीविका को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पिथौरा पेंटिंग प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण कैबिनेट मंत्री, महिला एवं बाल विकास विभाग, सुश्री निर्मला भूरिया और कलेक्टर नेहा मीना के निर्देशन में शुरू किया गया है।
प्रशिक्षण का उद्देश्य
जिले के मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत समूहों से चयनित 20 दीदियों को यह प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। यह कार्यशाला 06 जनवरी से 10 जनवरी 2025 तक आजीविका भवन में आयोजित की जा रही है।
प्रशिक्षण का संचालन
- प्रशिक्षक: श्री अर्पित तोमर
- स्थान: आजीविका भवन
- समूह की भूमिका: चयनित दीदियों को पिथौरा चित्रकला में कुशल बनाना ताकि वे मास्टर ट्रेनर बनकर अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकें।
दीदियों को आजीविका मिशन के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए की जा रही है। इस प्रशिक्षण से वे न केवल पारंपरिक कला में निपुण होंगी बल्कि इसे आय का स्थायी स्रोत भी बना सकेंगी।

झाबुआ की लोक कला है पिथौरा ।
पिथौरा पेंटिंग आदिवासी संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें रंगों और आकृतियों के माध्यम से पारंपरिक और धार्मिक मान्यताओं को दर्शाया जाता है। इस कला को व्यावसायिक रूप देकर दीदियों को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
प्रशिक्षण से उम्मीदें
- मास्टर ट्रेनर के रूप में उभरेंगी।
- समूह की महिलाएं कला के माध्यम से स्थायी आय प्राप्त कर सकेंगी।
- यह पहल आदिवासी कला को नई पहचान देने में मदद करेगी।