करवड़ (पेटलावद)। करवड़ गांव में एक बीमार गाय की जान बचाई गई। तीन दिनों से बीमार और उठने में असमर्थ इस गाय को उसके मालिक ने लाचार हालत में खेत में छोड़ दिया था। राह चलते ग्रामीणों की नजर जब गाय पर पड़ी, तो उन्होंने तुरंत 1962 टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सूचना दी।
सूचना मिलते ही पशुपालन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। डॉ. विराजवती चौहान के साथ स्टाफ राकेश मावतिया और उमेश डांगी ने समय रहते पहुंचकर गाय का प्राथमिक उपचार किया। उपचार के बाद ग्रामीणों की मदद से बीमार गाय को पेटलावद गोशाला भिजवाया गया, जहां उसका आगे का इलाज किया जा रहा है।

डॉ. चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि यदि किसी को ऐसा कोई भी बीमार या लाचार पशु दिखाई दे, तो तुरंत 1962 पर कॉल करें। उन्होंने पशुपालकों से यह भी अपील की कि गर्मी के इस मौसम में अपने पशुओं को साफ पानी, छाया और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराएं, जिससे वे बीमार न हों और उनका स्वास्थ्य ठीक बना रहे।
गाय के इलाज और गोशाला पहुंचने के बाद ग्रामीणों में संतोष और राहत का भाव देखा गया। समय पर की गई सूचना और विभाग की तत्परता ने एक बेजुबान जीवन को नई उम्मीद दी।