वीर चंद्रशेखर आज़ाद । झाबुआ। देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले महान क्रांतिकारी वीर अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि पर झाबुआ में राष्ट्रीय जागरण मंच के नेतृत्व में भव्य मशाल जुलूस निकाला गया। बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल हुए और अपने हाथों में मशालें थामकर आजादी के महानायक को श्रद्धांजलि अर्पित की।
आजाद चौक से विजय स्तंभ तक मशाल यात्रा

झाबुआ के आजाद चौक पर वीर चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद लोगों ने मशाल यात्रा की शुरुआत की। जुलूस विजय स्तंभ चौराहे तक पहुंचा, जहां राष्ट्रभक्ति के नारों से पूरा माहौल गूंज उठा। युवाओं और बच्चों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
वीर चंद्रशेखर आज़ाद अंचल के वीर सपूत
वीर चंद्रशेखर आजाद का जन्म अविभाजित झाबुआ और अब के आलीराजपुर जिले के भाबरा (अब चंद्रशेखर आजाद नगर) में 23 जुलाई 1906 को हुआ था। उन्होंने आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई और 27 फरवरी 1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में अंग्रेजों से लड़ते हुए शहीद हो गए। अंग्रेजों के हाथ जिंदा न आने की कसम खाते हुए उन्होंने खुद को गोली मार ली और हमेशा के लिए “आजाद” रह गए।
राष्ट्रीय जागरण मंच का सराहनीय योगदान
इस मशाल यात्रा को सफल बनाने में राष्ट्रीय जागरण मंच के कार्यकर्ताओं का विशेष योगदान रहा। आयोजन में नारायण सिंह ठाकुर, सुशील वाजपेई, आलोक द्विवेदी, राजीव शुक्ला, सौरभ सोनी, मनोज पांचाल, हिमांशु त्रिवेदी, महेंद्र सिंह, गुड्डू पवार सहित कई समाजसेवियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
