देश के 102 रेजिमेंट के आर्मी ऑफिसर्स ने अपने 60 वर्षों के गौरवशाली इतिहास को मनाने और महिला सशक्तिकरण का संदेश फैलाने के उद्देश्य से 600 किलोमीटर लंबी साइकिल यात्रा का आयोजन किया है। इस यात्रा का उद्देश्य महिलाओं में जनजागरूकता बढ़ाना और युवाओं को भारतीय सेना के प्रति प्रेरित करना है।
साइकिल यात्रा का सफर
यात्रा भोपाल से शुरू होकर भोजपुर और रायसेन जिले के दीवानगंज होते हुए डेफोडिल्स पब्लिक स्कूल, बरेली पहुंची। यहां आर्मी ऑफिसर्स ने छात्राओं से बातचीत कर महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया। इसके बाद जत्था पचमढ़ी की ओर रवाना हुआ। वापसी यात्रा तवा डेम होते हुए भोपाल पर समाप्त होगी।
आर्मी का संदेश, महिला सशक्तिकरण पर जोर ।
लेफ्टिनेंट ऑफिसर अभिजीत श्रीवास्तव के नेतृत्व में 19 ऑफिसर्स और जवानों का यह जत्था साइकिल यात्रा कर रहा है।
“102 रेजिमेंट के 60 वर्ष पूर्ण होने पर इस रैली का आयोजन किया गया है। हम इस यात्रा के दौरान अलग-अलग स्कूल और कॉलेज में जाकर भारतीय सेना के बारे में जागरूकता फैला रहे हैं। साथ ही, महिला सशक्तिकरण पर चर्चा कर रहे हैं।”
मेडिकल कैंप का आयोजन भी
इस यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर मेडिकल कैंप भी लगाए जा रहे हैं, जिनमें स्थानीय नागरिकों का मुफ्त इलाज किया जाएगा। यह प्रयास सेना की सामाजिक जिम्मेदारी और सेवा भावना को दर्शाता है।
महिला सशक्तिकरण पर जोर
बरेली में छात्राओं के साथ बातचीत के दौरान ऑफिसर्स ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और सेना जैसे क्षेत्रों में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
सफर का मार्ग
- शुरुआत: भोपाल
- भोजपुर → दीवानगंज → बरेली
- पड़ाव: पचमढ़ी
- वापसी मार्ग: तवा डेम → भोपाल
इस साइकिल यात्रा का मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण का प्रचार-प्रसार और युवाओं को भारतीय सेना के प्रति जागरूक करना है। साथ ही, यह यात्रा भारतीय सेना की प्रतिबद्धता और सेवा भावना को प्रदर्शित करती है।
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