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Jhabua: मूर्ख पाकिस्तान अपनी ही हार का मना रहा जश्न – डॉ. के. के. त्रिवेदी

Jhabua: मूर्ख पाकिस्तान अपनी ही हार का मना रहा जश्न – डॉ. के. के. त्रिवेदी

झाबुआ।
राजवाड़ा चौक पर सामाजिक महासंघ झाबुआ के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्र वंदना कार्यक्रम देशभक्ति के रंग में रंगा नजर आया। 15 मई गुरुवार रात 8 बजे आयोजित इस कार्यक्रम में शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों, समाज के प्रतिनिधियों ने शामिल होकर भारत माता की जय, वंदे मातरम्, और भारतीय सेना जिंदाबाद जैसे नारों से माहौल को गूंजायमान कर दिया।

डॉ. के. के. त्रिवेदी ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “मूर्ख पाकिस्तानी अपनी हार का जश्न मना रहे हैं।” उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के 100 आतंकियों, 40 सैनिकों, 11 एयरबेस और 9 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया है। पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को भी भारत के डिफेंस सिस्टम आकाश और S-400 ने हवा में ही तबाह कर दिया। उन्होंने कहा कि सेटेलाइट फुटेज से भारत की स्ट्राइक के सबूत दुनिया देख रही है, और आज पाकिस्तान पूरी दुनिया में मजाक का पात्र बन गया है।

1605 राजवाडा

देशभक्ति की अलख: 10 मशाल और 100 दीयों से सम्मान
कार्यक्रम में भाषण नहीं दिए गए, सिर्फ संचालन कर रहे इतिहासविद डॉ. त्रिवेदी ने भारतीय सेना की वीरता की कथा सुनाई। इस दौरान 10 मशालें और 100 दीपक जलाकर सेना और सरकार को बधाई दी गई।
सामाजिक महासंघ के महासचिव उमंग सक्सेना और हरीश लाल शाह ने बताया कि यह कार्यक्रम सभी समाजों की एकजुटता और देशप्रेम का प्रतीक रहा।


होरडिंग्स, मिसाइलों के चित्र और तिरंगा बना आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम स्थल पर लगा विशाल होर्डिंग चर्चा का विषय रहा, जिसमें ब्रह्मोस मिसाइल, राफेल विमान, और ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति को दर्शाया गया था। साथ ही उपस्थित सभी समाजजनों के हाथों में लहरा रहा तिरंगा ध्वज, भारत की एकता और शौर्य का प्रतीक बना।

राष्ट्रगान, भजन, और देशभक्ति गीतों की गूंज के बीच पूरे राजवाड़ा चौक में देशप्रेम की भावना साफ नजर आई। आभार प्रदर्शन सामाजिक महासंघ के अध्यक्ष नीरज सिंह राठौर ने किया।


सर्व समाज की भागीदारी रही विशेष
इस अवसर पर श्वेतांबर जैन समाज, दिगंबर जैन समाज, आदिवासी समाज, ब्राह्मण, राजपूत, मुस्लिम, सिख, राठौर तेली, माहेश्वरी, पटेलिया, वाल्मीकि, पाटीदार, भावसार, बैरागी, नीमा, गुर्जर, पालीवाल सहित दर्जनों समाजों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।