करवड़ (झाबुआ ) : झाबुआ जिले के करवड़ नगर के बीच स्थित अति प्राचीन पीपल वृक्ष के समक्ष दशा माता पर्व पर सुहागिन महिलाओं और माताओं ने श्रद्धा भाव से पूजा-अर्चना कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपस्थिति माने जाने वाले इस पूज्य पीपल वृक्ष की परिक्रमा कर महिलाओं ने कच्चे सूत के धागे में गठान बांधकर पूजन किया और फिर उसे गले में धारण किया।

सामूहिक परिक्रमा और कथा श्रवण
पर्व के अवसर पर महिलाओं ने सामूहिक रूप से पीपल वृक्ष की परिक्रमा की और विधिपूर्वक व्रत रखकर पूजन किया। इस दौरान कथावाचक गायत्री दिनेश शर्मा द्वारा दशा माता की कथा सुनाई गई, जिसे सुनकर सभी व्रतधारी महिलाओं ने माता से आशीर्वाद प्राप्त किया।

पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन
महिलाओं ने गेहूं के छोटे-छोटे खेत बनाकर उनकी पूजा भी की। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से खेतों में फसल की उपज अच्छी होती है और प्राकृतिक आपदाओं से बचाव होता है।
नवविवाहिताओं ने किया प्रथम पूजन

इस विशेष अवसर पर नवविवाहित महिलाओं ने पहली बार दशा माता की पूजा कर अपने गृहस्थ जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की प्रार्थना की। पर्व का समापन मां की आरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ, जिसमें नगर की सभी व्रतधारी महिलाओं ने श्रद्धापूर्वक भाग लिया।
(रिपोर्ट: अरूण पाटीदार, करवड़)