NSUIJ: थांदला (झाबुआ)। विद्यार्थियों की समस्याओं को लेकर शनिवार को थांदला में एनएसयूआई ने जोरदार प्रदर्शन किया। एनएसयूआई जिला अध्यक्ष नरवेश अमलियार के नेतृत्व में छात्रों ने कलेक्टर के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
अमलियार ने बताया कि पिछले दो से तीन वर्षों से विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति नहीं मिली है। वहीं कई निजी स्कूल मनमाने तरीके से फीस वसूल रहे हैं। जिले की कोर कमेटी ने कक्षा 9वीं और 10वीं के लिए 1250 रुपये तथा 11वीं और 12वीं के लिए 1350 रुपये फीस तय की है। इसके बावजूद कई स्कूल 1650 से 2000 रुपये तक फीस वसूल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि झाबुआ आदिवासी बहुल जिला है और यहां अधिकांश माता-पिता मजदूरी कर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। ऐसे में ज्यादा फीस वसूलना छात्रों के साथ अन्याय है।

अमलियार ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “सरकार फ्री की रेवड़ियां बांट रही है, लेकिन छात्रवृत्ति और आवास की राशि तक नहीं दे पा रही। स्कूलों में समय पर पुस्तकें भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही हैं।”
छात्राओं की सुरक्षा और बस किराए में छूट की मांग
ज्ञापन में पीएमश्री कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया गया। बताया गया कि स्कूल लगने और छुट्टी के समय असामाजिक तत्व छात्राओं के वीडियो बनाते हैं। इसके लिए एनएसयूआई ने स्कूल समय में पुलिस बल की तैनाती की मांग की।
साथ ही महाविद्यालय छात्राओं के लिए छात्रावास खोलने और बस किराए में छात्रों को आधी छूट देने की मांग की गई।
चेतावनी: 7 दिन में नहीं हुई कार्रवाई तो होगा आंदोलन
एनएसयूआई ने चेतावनी दी कि यदि 7 दिनों में मांगे पूरी नहीं हुईं तो संगठन सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेगा।
इस दौरान एनएसयूआई नेता निलेश गणावा, जिला उपाध्यक्ष राजेश बारिया, जिला महामंत्री विनोद गणावा, जिला महासचिव सीमा गणावा, हेमलता परमार, आतिश डामोर, राहुल, दीपक मखोडिया, सचिव आशीष भाबोर, आनंद गुंडिया सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।