रिपोर्ट – अरुण भोला पाटीदार, करवड़
करवड़। विजयादशमी पर्व के उपलक्ष में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) करवड़ मंडल द्वारा विशाल पथ संचलन निकाला गया। यह आयोजन संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने पर शताब्दी वर्ष उत्सव के अंतर्गत किया गया।
पथ संचलन का प्रारंभ खेल मैदान से हुआ, जिसमें सैकड़ों की संख्या में स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में अनुशासनपूर्वक भाग ले रहे थे। बाघ यंत्रों की ताल पर कदमताल मिलाते हुए स्वयंसेवक तीन-तीन पंक्तियों में नगर के प्रमुख मार्गों — बस स्टैंड, पुरानी पंचायत, भालोड मोहल्ला आदि से होते हुए पुनः खेल मैदान पहुंचे।

मार्ग में ग्रामीणों और माता-बहनों ने पुष्प वर्षा कर संघ के स्वयंसेवकों का स्वागत किया। पथ संचलन के दौरान अनुशासन और देशभक्ति का अद्भुत वातावरण देखने को मिला।

इस अवसर पर विभाग के प्रचार प्रमुख सुरेंद्र सिंह भामरा ने मुख्य वक्ता के रूप में कहा कि “हम सभी सौभाग्यशाली हैं कि संगठन के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। भारत भूमि वह पवित्र धरा है, जहां देवता भी जन्म लेने को तरसते हैं। संघ व्यक्ति को देश और धर्म के लिए जीना सिखाता है।”
उन्होंने आगे कहा कि समाज में समरसता, पर्यावरण संरक्षण और गौ सेवा जैसे विषयों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हमें व्यक्तिगत स्वार्थ छोड़कर राष्ट्र के लिए कार्य करना है, ताकि भारत माता को परम वैभव पर स्थापित किया जा सके।
कार्यक्रम के दौरान चौकी प्रभारी प्रहलाद सिंह चुंडावत अपने दल बल के साथ उपस्थित रहे। नगर में ट्रैफिक व्यवस्था संभालने का कार्य विजेंद्र सिंह यादव, हर्ष के मां, रवि भाबर और राधेश्याम भाबर द्वारा किया गया।
मुख्य वक्ता ने यह भी कहा कि संघ कोई नया कार्य नहीं कर रहा है, बल्कि पूर्वजों और वीर क्रांतिकारियों के अधूरे कार्य को आगे बढ़ाने का संकल्प लेकर चला है।






