झाबुआ।
स्वामी श्री नीलकंठ जी भगत ने कहा कि बहुत सारी कलाएं और विद्या सीखने के बाद भी यदि सफल जीवन जीना है, तो श्री हनुमान जी महाराज के चरित्र को जानना आवश्यक है। श्री हनुमान चालीसा का पाठ तो सभी करते हैं, लेकिन उसका अर्थ और रहस्य समझना ही असली साधना है।

वे रविवार को झाबुआ में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। यह प्रेस वार्ता आगामी 27 से 29 अक्टूबर तक स्थानीय अंबा पैलेस में होने वाले तीन दिवसीय “श्री हनुमंत चरित्र कथा” आयोजन को लेकर रखी गई थी।

स्वामी श्री नीलकंठ जी भगत ने कहा कि आज के युग में यदि किसी को युवा वर्ग का सच्चा रोल मॉडल कहा जा सकता है, तो वे श्री हनुमान जी महाराज हैं। उन्होंने कहा कि श्री हनुमान जी के चरित्र से हमें यह सीखने को मिलता है कि जीवन कैसे जिया जाए, संबंधों को कैसे निभाया जाए, कला और ज्ञान का उपयोग समाज के लिए कैसे किया जाए।

स्वामी जी ने बताया कि श्री कष्टभंजन देव सालंगपुर के परम पूजनीय संत शास्त्री स्वामी श्री हरिप्रकाशदास जी महाराज (अठाणा वाले) कथा वाचन करेंगे। कथा के माध्यम से श्री हनुमान जी महाराज के चरित्र, ज्ञान, बल, भक्ति और विनम्रता पर प्रकाश डाला जाएगा।
प्रेस वार्ता से पूर्व स्वामी श्री नीलकंठ जी भगत ने झाबुआ प्रवास के दौरान आयोजन स्थल और व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि जब हम श्री हनुमान चालीसा की प्रत्येक पंक्ति का अर्थ समझकर पाठ करेंगे, तभी हनुमान जी महाराज की कृपा अधिक बढ़ेगी।
स्वामी जी ने कहा, “हनुमान जी महाराज बुद्धिमतां वरिष्ठम हैं, बल के अधिष्ठाता देव हैं। उन्होंने भगवान श्रीराम के सभी कार्य निस्वार्थ भाव से किए और फिर भी स्वयं को दास कहा। यही जीवन का सबसे बड़ा संदेश है।”
इस धार्मिक आयोजन से पूर्व श्री रामचरित मानस पोथी यात्रा नगर के विभिन्न मार्गों से निकलकर मुख्य आयोजन स्थल पहुंचेगी। आयोजन के दौरान झाबुआ नगर सहित आसपास के श्रद्धालु कथा श्रवण कर जीवन प्रेरणा प्राप्त कर सकेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री संकटमोचन सेवा समिति हनुमान टेकरी के अध्यक्ष श्री राकेश झरबड़े और पत्रकार श्री सचिन बैरागी ने स्वामी श्री नीलकंठ जी भगत का पुष्पमाला से स्वागत किया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार श्री यशवंत सिंह पवार का जन्मदिन भी मनाया गया। स्वामी जी ने उन्हें आशीर्वाद देते हुए शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में श्री गजेंद्र सिंह चंद्रावत, अरुण भावसार, दिनेश चौहान, सुशील सिंह सिसोदिया, मुकेश नीमा, पवेंद्रसिंह चौहान, पीयूष पटेल, शुभम राठौर, श्यामसुंदर शर्मा, तरुण बैरागी, प्रवीण श्रीवास, अनिल जैन, पुष्पेंद्र नीमा सहित अन्य समिति सदस्य उपस्थित रहे।
सफल जीवन जीने के लिए श्री हनुमान चरित्र को जानना जरूरी – स्वामी श्री नीलकंठ जी भगत
सफल जीवन जीने के लिए श्री हनुमान चरित्र को जानना जरूरी – स्वामी श्री नीलकंठ जी भगत






