झाबुआ जिले के गंगाखेड़ी स्थित मां नागणेचा काली कल्याण धाम में 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि महोत्सव बड़े धूमधाम से प्रारंभ होगा। इस शक्तिपीठ पर प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी विशेष आयोजनों का सिलसिला जारी रहेगा। मां नागणेचा को राठौड़ वंश की कुलदेवी है, और यहां हर साल हजारों श्रद्धालु बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं ।
ठा. प्रतापसिंह राठौड़ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, नवरात्रि के दौरान मंदिर में हर दिन मां और देव श्री 1008 श्री शेषावतार कमधज कल्लाजी राठौड़ का पूजन और अभिषेक किया जाएगा। इसके अलावा, गादी के माध्यम से भक्तों के कष्टों का निवारण किया जाएगा। गादी प्रतिदिन दोपहर 1:45 बजे से लगाई जाएगी, जो 10 दिनों तक जारी रहेगी।
विशेष आयोजन और महायज्ञ
मंदिर को विशेष तौर पर सजाया गया है, और नवमी के दिन, 12 अक्टूबर को महायज्ञ का आयोजन होगा। पूर्णाहुति के बाद श्रद्धालु देव श्री और मां के दरबार में दर्शन कर महाप्रसादी का आनंद लेंगे। इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में आने की अपील की गई है।
मां नागणेचा तीन स्वरूपों के दर्शन
राठौड़ वंश की कुल देव की इस स्थान पर माताजी तीन अलग-अलग स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देती हैं। प्रातःकाल में एक बालिका के रूप में, दोपहर में यौवनावस्था में और सायंकाल में कृपामयी मां के रूप में उनके आशीर्वाद प्राप्त होते हैं। नवरात्रि के दौरान मालवा अंचल के अलावा दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र से भी भक्त यहां मां के दर्शन के लिए आते हैं।
श्रद्धालुओं का सहयोग
इस आयोजन को सफल बनाने में कैलाश सोनी उज्जैन, भगतसिंह मारवाड़, पुरुषोत्तमजी भीलवाड़ा, नरेंद्र अग्रवाल दिल्ली, ठा. के.पी. सिंह, घुघरी, ठा. मानदातार सिंह, डाबड़ी, राजेश भटेवरा रतलाम, राजेश सिंह गौड़ सहित समस्त भक्त मंडल का सहयोग रहेगा।
झाबुआ जिले के करवड़ के पास रतलाम मार्गं पर गंगाखेड़ी स्थित यह शक्तिपीठ अपने आध्यात्मिक माहात्म्य और श्रद्धालुओं की आस्था के लिए पूरे क्षेत्र में प्रसिद्ध है, और इस नवरात्रि में एक बार फिर भक्तों का सैलाब उमड़ेगा।
वीडियो खबर देखने के लिए हमारे चैनल को सबस्क्राइब करें । और अधिक खबरों के लिए पढ़ते रहिए WWW.jhabuapost.com । लोकल भी ग्लोबल भी ।